तबाही लोन HDFC Home Loan 5 Lakh EMI गजब, सब लूट लो
रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट बढ़ाने के साथ-साथ बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों की ओर से भी ब्याज दरों में लगातार इजाफा किया जा रहा है. होम लोन उपलब्ध कराने वाली कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (HDFC) ने भी मंगलवार यानी 20 दिसंबर 2022 से अपनी लेडिंग रेट्स में 35 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर दिया है. HDFC का अब मिनिमम रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट 8.65 फीसदी होगा. अब अगर आपका होम लोन HDFC के साथ चल रहा है, तो आपकी भी EMI बढ़ जाएगी. इस साल मई से अब तक HDFC लेंडिंग रेट्स यानी कर्ज की ब्याज दरों में 225 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर चुका है. HDFC Home Loan 5 Lakh EMI
मान लीजिए आपने 20 साल के 25 लाख रुपये का होम लोन लिया है. अगर आपका क्रेडिट स्कोर 800 या इससे ज्यादा है, तो अब आपके लिए शुरुआती ब्याज दर 8.65 फीसदी होगा. जोकि पहले 35 बेसिस प्वाइंट कर था. यानी, 8.30 फीसदी था. इस तरह HDFC Home Loan Calculator की मदद से समझते हैं कि अगर कंपनी ने आपके कर्ज की ब्याज दर 0.35 फीसदी बढ़ा दी, जो आपकी EMI कितनी बढ़ जाएगी. यहां यह जान लें कि यह एक कैलकुलेशन है, जिससे आप ब्याज दर बढ़ने पर हर महीने होम लोन की जाने वाली किस्त में इजाफे का अनुमान लगा सकते हैं.
EMI
•लोन अमाउंट: ₹25 लाख
•लोन टेन्योर: 20 साल
•ब्याज दर: 8.30% सालाना
EMI में कितना हुआ इजाफा?
Home Loan EMI कैलकुलेशन से साफ है कि ब्याज दरों में 0.35 फीसदी इजाफा होने से आपकी EMI में 554 रुपये का इजाफा हो जाएगा. वहीं, अब अगर आपमे होम लोन की ब्याज दरें अगले 20 साल तक स्थिर रहती हैं, तो आपको पूरे टेन्योर में अब 1,32,800 रुपये ज्यादा ब्याज चुकाना होगा.
HDFC ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि एडजस्टेबल रेट होम लोन को फ्लोटिंग या वेरिएबल रेट लोन के रूप में भी जाना जाता है. एडजस्टेबल रेट होम लोन (ARHL) में ब्याज दर एचडीएफसी की बेंचमार्क दर यानी रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट (RPLR) से जुड़ी होती है. HDFC में कोई भी मूवमेंट RPLR लागू ब्याज दरों में बदलाव को प्रभावित कर सकता है. ब्याज दरें क्रेडिट/जोखिम प्रोफाइल के अधीन हैं, जैसा कि एचडीएफसी की ओर से क्रेडिट स्कोर, सेगमेंट, अन्य लोन की रिपेमेंट जैसे कुछ स्टैंडर्ड के आधार पर वैल्युएशन किया गया है.
होम लोन या मकान लोन एक प्रकार का फाइनेंशियल व्यावसायिक उधान है जिसमे एक व्यक्ति या परिवार को अपनी निजी मकान की खरीदारी या निर्माण के लिये राशि प्रदान की जाती है. होम लोन एक प्रकार की वस्तु वित्त है जिसे एक बैंक housings फाइनेंस कंपनी या अन्य वित्त संस्था प्रदान करती है।
होम लोन प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को व्यावसायिक या व्यक्तिगत उधरं के रूप में अपना मकान निर्माण या खरीदारी का प्रस्ताव देना होता है. बैंक या वित्त संस्था इस प्रस्ताव की जांच करती है और प्रधान करने के लिए प्रमुख आधार धारक की रूप में व्यक्ति को लोन प्रदान करती है. इस प्रक्रिया में, व्यक्ति नियमित आंशिक या पूर्ण रूप से ब्याज के साथ प्रधारित रकम का भुगतान करता है.
होम लोन की प्रधारित रकम, व्यक्ति के मानकीय क्रेडिट स्कोर, मानक पैसे की राशि, व्यक्ति की आज एवं दूसरी करणियों पर आधारित होती है, होम लोन प्रदान करने वाले संस्थाओं द्वारा नियमित आंशिक भुगतान करने पर कुछ समय तक महंगाई दर मिल सकता है. होम लोन की अवधी आम तौर पर 15-30 वर्ष तक होती है-
लोन लेने के बाद व्यक्ति उस रकम का इस्तेमाल अपने निजी मकान की खरीदारी, निर्माण में लगाता है, व्यक्ति प्रत्येक महीने ब्याज के saath एक नियमित आंशिक रकम भुगतान करता है जो आम तौर पर EMI के रूप में जाने जाती है.HDFC Home Loan 5 Lakh EMI
होम लोन प्राप्त करने से पहले व्यक्ति को लोन के लिए अनुमोदन प्राप्त करना होता है. इसके लिए व्यक्ति को अपनी आर्थिक स्थिति Bank का ब्याज दर, अवधी, ब्याज के प्रकार, ब्याज दर भुगतान, और अन्य व्यावसायिक शर्तों को समझना चाहिए.
ये सभी तथ्य प्रत्येक देश और वित्त संस्था के नियमों एवं विधायकों पर आधारित होते हैं, इसलिए होम लोन के नियम एवं शर्तों में कुछ अंतर देश और संस्था के अनुसार हो सकती हैं. व्यक्ति को अपने वित्त सलाहकार या बैंक से होम लोन प्राप्त करने से पहले इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए.
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